[1]
सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना से संबंधित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
- यह योजना ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा फरवरी 1994 में पहली बार जारी किये गए दिशा-निर्देशों के अनुसार संचालित की जाती है।
- योजना के तहत प्रत्येक सांसद को अपने निर्वाचन क्षेत्र में 5 करोड़ रुपए तक की लागत के कार्यों के बारे में ज़िला कलेक्टर को सुझाव देने का विकल्प दिया गया है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
A) |
केवल 1 |
B) |
केवल 2 |
C) |
1 और 2 दोनों |
D) |
न तो 1 और न ही 2 |
उत्तर : (c)
व्याख्या :
- एमपीलैड योजना 23 दिसंबर, 1993 को पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव द्वारा शुरू की गई थी ताकि सांसदों को ऐसा तंत्र उपलब्ध कराया जा सके जिससे वे स्थानीय लोगों की ज़रूरतों के अनुसार स्थायी सामुदायिक परिसंपत्तियों के निर्माण और सामुदायिक बुनियादी ढाँचा सहित उन्हें बुनियादी सुविधाएँ प्रदान करने के लिये विकासकारी कार्यों की सफ़ारिश कर सकें। यह योजना ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा फरवरी 1994 में पहली बार जारी किये गए दिशा-निर्देशों के अनुसार संचालित की जाती है। अतः कथन 1 सही है।
- सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास प्रभाग को सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (MPLAD) के कार्यान्वयन का दायित्व सौंपा गया है। योजना के तहत प्रत्येक सांसद को अपने निर्वाचन क्षेत्र में 5 करोड़ रुपए तक की लागत के कार्यों के बारे में ज़िला कलेक्टर को सुझाव देने का विकल्प दिया गया है। राज्यसभा सांसद उस राज्य के किसी एक अथवा अधिक ज़िलों में कार्यों की सिफारिश कर सकता है, जहाँ से वह निर्वाचित हुआ है। लोकसभा तथा राज्यसभा के नामित सदस्य इस योजना के तहत देश के किसी भी राज्य में अपनी पसंद के एक या अधिक ज़िलों का चुनाव कर कार्य कर सकते हैं। अतः कथन 2 सही है।
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[2]
Indian Ocean Wave Exercise- (IOWave) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
- हाल ही में भारत ने 23 अन्य देशों के साथ हिंद महासागर क्षेत्र में आयोजित सुनामी मॉक अभ्यास IOWave 18 में भाग लिया।
- भारत में IOWave18 का आयोजन पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा किया गया।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
A) |
केवल 1 |
B) |
केवल 2 |
C) |
1 और 2 दोनों |
D) |
न तो 1 और न ही 2 |
उत्तर : (a)
व्याख्या :
- हाल ही में भारत ने 23 अन्य देशों के साथ हिंद महासागर क्षेत्र में आयोजित सुनामी मॉक अभ्यास IOWave 18 (Indian Ocean Wave Exercise- IOWave) में भाग लिया। IOWave18 नामक इस अभ्यास का आयोजन यूनेस्को के अंतर-सरकारी समुद्र विज्ञान आयोग (IOC-UNESCO) द्वारा किया गया। IOWave18 सुनामी अभ्यास में सभी पूर्व तटीय राज्यों ने भाग लिया। अतः कथन 1 सही है।
- भारत में IOWave18 का आयोजन गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) की मदद से भू-विज्ञान मंत्रालय के भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र (Indian National Centre for Ocean Information Services -INCOIS), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और तटवर्ती राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों द्वारा किया गया। इस दो दिवसीय सुनामी मॉक अभ्यास में सभी तटवर्ती राज्यों ने INCOIS से सूचना बुलेटिन हासिल करते हुए अपनी संचार व्यवस्था का परीक्षण किया। अतः कथन 2 सही नहीं है।
[3]
आपूर्ति एप के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
- भारतीय रेल मंत्रालय द्वारा इस एप को लांच किया गया है।
- इस एप के जरिये सार्वजानिक वितरण प्रणाली द्वारा आवंटित किये जाने वाले अनाजों के वितरण संबंधी जानकारी उपलब्ध होती है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
A) |
केवल 1 |
B) |
केवल 2 |
C) |
1 और 2 दोनों |
D) |
न तो 1 और न ही 2 |
उत्तर : (a)
व्याख्या :
- हाल ही में रेल मंत्रालय और रेल सूचना सेवा केंद्र ने ‘मोबिलिटी के लिये सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग’ विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया तथा इस दौरान भारतीय रेल ई-खरीद प्रणाली (Indian Railways E-Procurement System -IREPS) से संबंधित मोबाइल ‘आपूर्ति’ को लॉन्च किया गया। अतः कथन 1 सही है।
- इस एप में भारतीय रेल की ई-संविदा और ई-नीलामी संबंधी गतिविधियों के आँकड़े और सूचनाएं उपलब्ध हैं। उपयोगकर्त्ता ई-संविदा गतिविधियों के लिये संविदाओं के प्रकाशन, उनके समापन और खरीद संबंधी जानकारी इस एप के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं। इस एप के द्वारा स्क्रैप की बिक्री संबंधी ई-नीलामी गतिविधियों के लिये उपयोगकर्त्ताओं को आगामी नीलामी, नीलामी कार्यक्रम, बिक्री शर्तों, ई-नीलामी के लिये उपलब्ध सामग्रियों और नीलामी इकाइयों की जानकारी मिल सकेगी। अतः कथन 2 सही नहीं है।
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[4]
हाल ही में संपन्न 2+2 वार्ता के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
- यह वार्ता भारत और अमेरिका के विदेश मंत्रियों और रक्षा मंत्रियों के मध्य संपन्न हुई।
- इस वार्ता के दौरान सैन्य संचार से संबंधित समझौते COMCASA पर हस्ताक्षर किये गए।
- इस वार्ता के दौरान दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों और विदेश मंत्रियों के बीच हॉटलाइन शुरू करने का भी निर्णय लिया गया है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?
A) |
केवल 1 |
B) |
केवल 1 और 2 |
C) |
केवल 2 |
D) |
1, 2 और 3 |
उत्तर : (d)
व्याख्या :
- हाल ही में भारत-अमेरिका के बीच पहली 2+2 वार्ता संपन्न हुई। इस वार्ता के दौरान अमेरिकी रक्षा सचिव जिम मैटिस और राज्य सचिव माइक पोम्पेओ ने राजनीतिक और सुरक्षा संबंधों को मज़बूत बनाने के उद्देश्य से अपने भारतीय समकक्ष रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ कई महत्त्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किये। अतः कथन 1 सही है।
- इस वार्ता के दौरान सैन्य संचार से संबंधित समझौते COMCASA पर हस्ताक्षर किये गए। संचार संगतता और सुरक्षा समझौता (Communications Compatibility and Security Agreement-COMCASA) एन्क्रिप्टेड संचार प्रणाली के हस्तांतरण को सरल बनाता है तथा उच्च तकनीक वाले सैन्य उपकरणों को साझा करने हेतु यह समझौता अमेरिका की प्रमुख आवश्यकता है। यह समझौता संयुक्त राज्य अमेरिका को अपने इन्क्रिप्टेड (Encrypted) संचार उपकरणों और गुप्त प्रौद्योगिकियों को भारत के साथ साझा करने की अनुमति देगा, जिससे दोनों पक्षों के उच्च स्तर के सैन्य-नेतृत्व के बीच युद्धकाल और शांतिकाल दोनों में ही सुरक्षित संचार संभव हो सकेगा। अतः कथन 2 सही है।
- इस वार्ता के दौरान दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों और विदेश मंत्रियों के बीच हॉटलाइन शुरू करने का भी निर्णय लिया गया है जिससे दोनों रक्षा मंत्रियों और विदेश मंत्रियों के बीच सीधा संपर्क स्थापित हो जाएगा। अतः कथन 3 सही है।
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[5]
मूव- ग्लोबल मोबिलिटी शिखर सम्मेलन’ का आयोजन कहाँ किया जा रहा है?
A) |
मुंबई में |
B) |
नई दिल्ली में |
C) |
कोलकाता में |
D) |
चेन्नई में |
उत्तर : (b)
व्याख्या :
- ‘मूव- ग्लोबल मोबिलिटी शिखर सम्मेलन’ का आयोजन नीति आयोग द्वारा विभिन्न मंत्रालयों व उद्योग जगत के सहयोग से नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में किया जा रहा है। यह अपनी तरह का पहला मोबिलिटी शिखर सम्मेलन है जिसमें पूरी दुनिया के राजनेता, उद्योगपति, शोध संस्थान, शिक्षा जगत और सिविल सोसायटी के प्रतिनिधि भाग लेंगे। सम्मेलन के तीन प्रमुख घटक हैं – सम्मेलन, प्रदर्शनी और विशेष कार्यक्रम।
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हाइफा का युद्ध

हाल ही में भारतीय दूतावास ने हाइफा के युद्ध के 100 वर्ष पूरा होने पर हाइफा में एक समारोह का आयोजन किया।
- हाइफा का युद्ध 23 सितंबर, 1918 को हुआ था जिसमें जोधपुर, मैसूर तथा हैदराबाद के सैनिकों ने मित्र राष्ट्रों की ओर से प्रथम विश्वयुद्ध में भाग लेकर जर्मनी व तुर्की के आधिपत्य वाले हाइफा शहर को मुक्त करवाया था।
- इससे पहले, इज़राइल की अपनी यात्रा के दौरान भारत के प्रधानमंत्री ने इस शहर को मुक्त कराने में मेजर दलपत सिंह जिन्हें ‘हीरो ऑफ हाइफा’ भी कहा जाता है, की स्मृति में एक पट्टिका का अनावरण किया था।
- इस युद्ध में लड़ने वाले सैनिकों को सम्मान देते हुए भारत सरकार ने दिल्ली स्थित विख्यात तीन मूर्ति मेमोरियल को तीन मूर्ति हाइफा मेमोरियल के रूप में पुनः नामित किया है।
- तीन मूर्ति मेमोरियल का निर्माण 1922 में जोधपुर, हैदराबाद और मैसूर के तीन रियासतों ने भारतीय सैनिकों की याद में किया गया था।
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बंगलूरू स्पेस एक्सपो (BSX-2018)

हाल ही में छठे बंगलुरु एक्सपो का आयोजन 6-8 सितंबर, 2018 को बंगलूरू में किया गया।
- इसका आयोजन दो वर्ष में एक बार किया जाता है।
- BSX-2018 का आयोजन भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा इसरो तथा अंतरिक्ष विभाग के सहयोग से आयोजित किया गया।
- तीन दिवसीय कार्यक्रम में ‘वर्ल्ड स्पेस-बिज़’ (World Space-Biz) विषय पर अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी और सम्मेलन आयोजित किये गए।
- सम्मेलन का विषय भारत में नई अंतरिक्ष तकनीकों को सक्षम करने पर विशिष्ट ध्यान देने के साथ “भारतीय अंतरिक्ष पारिस्थितिकी तंत्र में गतिशीलता का निर्माण करना” (Creating Dynamism in Indian Space Ecosystem) है।
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द्वितीय विश्व हिंदू कॉन्ग्रेस

1893 में विश्व धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक भाषण की 125वीं वर्षगाँठ के अवसर पर शिकागो में दूसरे विश्व हिंदू कॉन्ग्रेस (World Hindu Congress) का आयोजन किया जा रहा है।
- विश्व हिंदू परिषद द्वारा आयोजित प्रथम सम्मलेन का आयोजन वर्ष 2014 में नई दिल्ली में किया गया था।
- चार वर्ष में एक बार आयोजित किया जाने वाला विश्व हिंदू सम्मेलन एक ऐसा वैश्विक मंच है जिसका उद्देश्य है कि सभी हिंदू एक साथ आएँ, अपने विचारों को साझा करें और एक-दूसरे को प्रेरित करें।
- विश्व हिंदू सम्मेलन 2018 की थीम ‘सुमंत्रिते सुविक्रांतते’ (सामूहिक रूप से चिंतन करें, वीरतापूर्वक प्राप्त करें) है।
विश्व धर्म सम्मेलन 1893
- 1893 में शिकागो में आयोजित विश्व धर्म संसद विश्व के कोलंबियाई प्रदर्शनी में कई अन्य सम्मेलनों के बीच सबसे बड़ी और विशेष घटना थी।
- विश्व धर्म सम्मेलन पूर्वी और पश्चिमी आध्यात्मिक परंपराओं के प्रतिनिधियों की पहली औपचारिक सभा को प्रदर्शित करता है। आज इसे दुनिया भर में औपचारिक पारस्परिक संवाद के जन्मदाता के रूप में पहचाना जाता है।
- स्वामी विवेकानंद ने वहाँ एकत्रित हुए 5000 प्रतिनिधियों को प्रभावित किया जब उन्होनें “मेरे अमेरिकी भाइयो एवं बहनो” शब्दों के साथ उनका अभिवादन किया।
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केरल की बाढ़ में सबसे बड़ी झील का योगदान
सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र-3 : प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा तथा आपदा प्रबंधन।
(खंड- 05 : आपदा और आपदा प्रबंधन।) |

चर्चा में क्यों?
केंद्रीय जल आयोग (CWC) ने पाया है कि केरल की सबसे बड़ी झील, वेम्बनाड झील की वहनीय क्षमता में जमाव, जो अति प्रवाह वाली नदियों से उत्पन्न जल के एक अंश को अवशोषित कर सकती है, ने केरल की बाढ़ को बदतर बना दिया।
प्रमुख बिंदु
- वेम्बनाड झील अत्यधिक वर्षा और 480 वर्ग किमी. से अधिक जलप्लावित क्षेत्र के कारण 1.63 BCM के केवल 0.6 बिलियन क्यूबिक मीटर (BCM) को अवशोषित करने में सक्षम था।
- CWC ने अब अपवाह मार्ग की क्षमता में वृद्धि का सुझाव दिया है जिसके माध्यम से पंबा, मणिमाला, एथेनकोविल और मीनाचिल जैसी नदियाँ झील तथा बैराज में बहती हैं जिनके माध्यम से झील सागर में मिलती है। CWC सूत्रों के अनुसार, झील की क्षमता अधिक होने पर स्थिति बेहतर हो सकती थी।
- CWC ने केरल की बाढ़ जिसमें कम-से-कम 480 लोगों की मौत हुई और व्यापक क्षति हुई, के बाद अपने पहले विश्लेषण में अगस्त महीने के दौरान तीव्र बारिश के दो सत्रों को इसका कारण माना जिसमें 8-9 अगस्त को दो दिनों की बारिश और बाद में 15 से 17 अगस्त तक हुई तीन दिनों की बारिश शामिल है।
- केरल में पिछले महीने की बाढ़ के कारण अपनी स्पष्ट भूमिका पर बहस के मुख्य बिंदु में बांधों के प्रबंधन के साथ CWC ने राज्य में सभी बड़े जलाशयों के नियमों को कम करने की समीक्षा किये जाने का सुझाव दिया है जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि जलाशयों के निश्चित स्तर तक पहुँचने पर कितना पानी छोड़ा जाना चाहिये। CWC के अनुसार 200 मिलियन क्यूबिक मीटर की वर्तमान क्षमता वाले बांधों के लिये यह और भी ज़रूरी है।
- CWC ने इडुक्की बांध के विशिष्ट संदर्भ में कहा कि इडुक्की बांध ने अधिकांश अपवाह को अवशोषित कर लिया और बारिश की तीव्रता के दौरान बांध से बहिर्वाह अंतर्वाह की तुलना में कम था। इस तरह इसने बाढ़ के लिये एक अवशोषक के रूप में कार्य किया। अगस्त माह में बड़े पैमाने पर अंतर्वाह से निपटने के लिये केरल में 35 बांधों के गेट खोले गए थे।
- केरल में इन तीव्र अवधि के दौरान उत्पन्न बारिश का अपवाह इतना अधिक था कि बांधों के बाढ़ नियंत्रण प्रभाव को रोक दिया गया था। अपवाह क्षेत्र से बारिश के जल का जलाशयों तक पहुँचने में अत्यंत कम समय लगने में केरल की स्थलाकृति ने भी योगदान दिया।
- जलाशयों के लिये ऐतिहासिक डेटा के आधार पर नियमों को कम करने की समीक्षा की जानी आवश्यक थी, जिससे यह निर्धारित होता कि मानसून अवधि में हर महीने कितना पानी छोड़ा जाना चाहिये क्योंकि कुछ एक को छोड़कर केरल के अधिकांश जलाशय छोटे हैं।
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